उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में विक्रम सरोवर का सौंदर्यीकरण शुरू, 3 करोड़ की लागत से बनेगा भव्य ब्रिज और सुविधाएं

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन शहर के शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र विक्रम विश्वविद्यालय में स्थित ऐतिहासिक विक्रम सरोवर अब नया रूप लेने जा रहा है। नगर निगम ने इस प्राचीन जलस्रोत के सौंदर्यीकरण का काम शुरू कर दिया है, जिस पर लगभग 3 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इस परियोजना का उद्देश्य न सिर्फ सरोवर की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाना है, बल्कि उसे एक आधुनिक और पर्यावरण-संवेदनशील सार्वजनिक स्थल में भी बदलना है।

परियोजना की सबसे खास विशेषता 85 मीटर लंबा और 4 मीटर चौड़ा ब्रिज होगा, जो सरोवर के ऊपर से गुजरेगा। यह ब्रिज जमीन से साढ़े चार मीटर की ऊंचाई पर बनाया जाएगा और सीधे फुटपाथ से जुड़ेगा, जिससे आने-जाने में सहूलियत होगी और लोगों को प्रकृति का नज़ारा ऊंचाई से देखने का भी अनुभव मिलेगा।

सौंदर्यीकरण कार्यों में पाथवे, मिट्टी की रोकथाम के लिए टो वाल, पैदल घूमने के लिए फुटपाथ, गज़ीबो (विश्राम स्थल), लोटस पॉन्ड और फाउंटेन जैसी सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी। इन सबके साथ-साथ सरोवर के चारों ओर मौजूद सघन वृक्षों को संरक्षित किया जाएगा, जिससे जैव विविधता बनी रहे और परिसर का हरित वातावरण भी सुरक्षित रहे।

परियोजना में पर्यावरण और जल गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इसके लिए सरोवर में आने वाले पानी को शुद्ध रखने के उद्देश्य से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का निर्माण किया जाएगा। इससे सरोवर में केवल स्वच्छ और शुद्ध जल ही पहुंचेगा, जिससे जलजलीय जीवन और जल की पारदर्शिता को बनाए रखा जा सकेगा।

उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल ने कार्य की प्रगति का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ब्रिज और बाउंड्री वाल का निर्माण मानसून शुरू होने से पहले हर हाल में पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि कार्य में किसी भी तरह की गुणवत्ता से समझौता न हो।

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